One Nation, One Election : The Indian government has established a committee, headed by former President Ram Nath Kovind, to investigate the feasibility of implementing the ‘One Nation, One Election’ concept, aiming to synchronize general and state elections. This move comes as a step toward streamlining the electoral process in India.
“एक देश, एक चुनाव” की समझ
- सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ एक कमेटी बनाई है, जिसका काम है “एक देश, एक चुनाव” की बात करना।
- इसके बाद ही सरकार ने संसद के विशेष सत्र का आयोजन किया है, लेकिन उसका आगे का योजना अब भी गुप्त है।
“एक देश, एक चुनाव” क्या है?
- “एक देश, एक चुनाव” का मतलब है कि हम सभी चुनाव एक साथ करें, जैसे कि लोक सभा और राज्य सभाओं के चुनाव।
- ऐसा होता तो हम सभी एक ही समय पर वोट डालते।
मोदी और कोविंद का समर्थन
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि लगातार चुनाव आने से आर्थिक तंगी होती है और विकास कामों में रुकावट होती है, इसलिए वो “एक देश, एक चुनाव” का समर्थन करते हैं।
- राष्ट्रपति कोविंद ने भी उनके साथ सहमत होकर इसका समर्थन किया है।
चुनावी कार्यक्रम की आशंका
- यह सरकार के पास एक और चुनौती है, क्योंकि कुछ राज्यों के चुनाव अगले साल होने वाले हैं और लोक सभा चुनाव भी आने वाले हैं।
- कमेटी का काम होगा देखना कि हम एक साथ चुनाव कैसे कर सकते हैं, जैसे कि 1967 तक किया जाता था।
निष्कर्ष
- “एक देश, एक चुनाव” की बात फिर से सुर्खियों में है, और सरकार इसका समर्थन कर रही है।
- इससे हम सभी को एक ही समय पर चुनाव देने की बात की जा रही है।